Jadui angoothi? बिलास पुर गांव में रामू नाम का व्यक्ति औरतों के सामान जैसे चूड़ी (Bengals) जुड़ा आदि सभी चीजें गांव में जाकर बेचा करता था एक दिन जब वह गांव में जा रहा था तब उसे रास्ते में एक चमकती हुई अंगूठी (Ring) मिली रामू बहुत ही ज्यादा ईमानदार था भले ही वह गरीब था लेकिन कभी भी किसी के साथ भी कोई भी गलत काम नहीं करता था
इसलिए जब उसे अंगूठे मिलती है तब बस सोचता है जिसकी अंगूठी खोई होगी वह बहुत ही ज्यादा परेशान (Troubled) होगा इसलिए वह सोचता है वह गांव में जाकर सभी लोगों से पूछेगा और उसके बाद अंगूठी लौटा (return) देगा
थोड़ी देर बाद में गांव (village) में पहुंच जाता है और अपना सामान बेचने (sell) के लिए आवाज लगाने लगता है तभी रामू की आवाज सुनकर एक औरत जिसका नाम मीना (mina) था वह बाहर आती है और रामू को आवाज लगाती है बोलती है मुझे चूड़ी चाहिए
तभी रामू को ख्याल आता है क्यों ना मैं यह पूछूं कि क्या यह अंगूठी आपकी है तब रामू चमकती (shining) अंगूठी को निकालता है और मीना से पूछता है कि क्या यह अंगूठी आपकी खो गई है
मीना जब अंगूठी को देख रही होती है उसका पति (husband) पास में ही खड़ा होता है और वह जैसे ही अंगूठी को देखता है वह बिना सोचे समझे सीधा बोल देता है यह अंगूठी तो मेरी है क्योंकि उसके मन में लालच (greedy) आ जाता है
और रामू से पूछता है तुम्हें यह अंगूठी कहां से मिली तब रामू जवाब देता है कि मुझे अंगूठी गांव के बाहर रोड (Road) पर मिली और उसके बाद अंगूठी मीना के पति को दे देता है
मीना का पति अंगूठी लेकर बहुत ज्यादा खुश (happy) होता है क्योंकि अंगूठी चमक रही होती है और उसे लगता है कि यह बहुत ज्यादा महंगी (costly) होगी वह अंगूठी को पहन कर बहुत ही ज्यादा खुश होता है उसके बाद वह पानी(water) पीने जाता है पर जैसे ही वह पानी के glass को हाथ लगाता है वह ग्लास सोने (Golden) का बन जाता है तब यह देखकर आश्चर्यचकित हो जाता है और यह समझ जाता है कि यह एक जादुई अंगूठी है जिसे किसी भी चीज को सोने का बनाया जा सकता है
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उसके बाद यह मानो पागल सा हो जाता है अपने घर में सभी चीजों को छू छू कर उसे सोने की बना देता है बर्तन झाड़ू घडी (watch) चम्मच उसके बाद जब थक जाता है तो बस शांति से बैठ जाता है पर वह अंगूठी को नहीं उतरता क्योंकि उसे लगता है कि अगर वह अंगूठी को उतरेगा देगा तो वह अंगूठी Magic ring) खो सकता है
इसलिए जब वह बुरी तरह से थक जाता है तब वह अपने पत्नी से खाना (food) मांगता है जब उसकी पत्नी खाना लेकर आती हैं और जैसे ही वह थाली को हाथ लगाता है थाली भी सोने की बन जाती है उसके में जैसे भी खाने को हाथ लगाता है खाना भी सोने का बन जाता है
उसके बाद वह बहुत ही ज्यादा परेशान हो जाता है तब मीना को एक उपाय (Idea) आता है कि क्यों ना मैं अपने हाथों से खिला दू और वह अपने पति को अपने हाथों से पेट भर भोजन खिला देती हैं
मीना के पति को यह सब देख कर उस पर बहुत ही ज्यादा प्यार (love) आता है और वह जैसे ही अपने पत्नी को हाथ लगाता है उसकी पत्नी सोने (golden) की बन जाती है अपने पत्नी का सोने के रूप में बन्ना उसे देखा नहीं जाता
और वह बहुत ही तेजी से फूट-फूट कर रोने लगता है और जैसे ही उसके आंसू (tears) के बुँदे अंगूठी पर गिरती हैं अंगूठी से एक राजकुमार बाहर निकलता है यह देखकर मीना का पति हैरान (shocked) हो जाता है कि यह कैसा चमत्कार हुआ और वह उस राजकुमार से पूछता है कि आप कौन हो
तब राजकुमार जवाब देता है कि मुझे श्राप (Curse) दिया गया था कि मैं एक अंगूठी में बंद हो जाऊंगा और हर कोई इस अंगूठी पाने के लिए लालच करेगा और अगर कोई लालच करने के बाद पश्चाताप (Regrets) करता है तो मैं इस अंगूठी से बाहर आ जाऊंगा
श्राप (Curse) से मुक्त होने के बाद राजकुमार मीना के पति का बहुत-बहुत धन्यवाद (thanks) देता है और कुछ समय बाद मीना भी पूरी तरह से साधारण बन जाती है इधर मीना के पति को एक शिक्षा (Moral) मिलती है कि उसे लालच बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए
मेहनत (hard work) ही असली करम है जो हमें सही ढंग से जीना सिखाता है भले ही हम मेहनत से कम कमाते हैं पर मेहनत से कमाए हुए पैसे का अलग ही मजा होता है जो हम भली भाती समझते हैं
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इस तरह हमें इस कहानी से शिक्षा Moral मिलती है कि हमें कभी भी अपनी जिंदगी में लालच नहीं करना चाहिए क्योकि लालच से आज तक हर कोई बर्बादी हुआ है और हमारे पास जो कुछ भी है उसी में संतुस्ट रहना चाहिए लालच हमेशा हमें बर्बादी की तरफ ले जाता है और हम कभी भी चैन नहीं मिलता